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8 Jun 2024 · 1 min read

वर्ण पिरामिड

वर्ण पिरामिड

जो
कर्म
करेगा
नियमित
धर्म जान के
बिन फल इच्छा
वही कर्मयोगी है।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 51 Views
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