वन्दे मातरम्
“वन्दे मातरम्”
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्
नमामि शत-शत भारतम्।
शस्यश्यामला है धरती माँ,
आसमान यह नीला है।
कण-कण पावन भूमि का
और देश मेरा रंगीला है।
विविधताओं का परिचायक है,
बोली ,उत्सव और भाष्यम् ।
वन्दे मातरम् ,वन्दे मातरम्
नमामि शत-शत भारतम्।
वीर शहीदों का भारत यह,
इनसे ही गुणगान है,
लहू बहाकर सींचा इसको,
भारत के प्रतिमान है।
हर भारतवासी करता है,
कोटि-कोटि माँ वंदनम् ।
वन्देमातरम् वन्देमातरम्
नमामि शत शत भारतम्।
@वन्दना नामदेव