वतन-ए-इश्क़
सम्पूर्ण विश्व ने किया भारतीय संस्कृति का सम्मान।
भारत देश महान ,विश्व में इसकी अलग अपनी पहचान।
२)
मैं भारत की क्या बतलाऊँ,स्वर्णिम दिनमान है भारत!
दिव्य ज्ञान है गुरु वशिष्ठ का विश्व गुरु प्रमाण है भारत!
कितना कर लूँ पूरा न होगा भारत का अविरल गुण गान।
भारत देश महान ,विश्व में इसकी अलग अपनी पहचान।
३)
शुभ्र ज्योत्स्ना मातृभूमि का,इतिहास लिए खड़ा है भारत!
अनन्य संस्कृति हृदय सहेजे जवाहरात सम जड़ा है भारत!
अद्भुत इसका मान जगत में अनूठी अद्भुत इसकी शान।
भारत देश महान,विश्व में इसकी अलग अपनी पहचान।
४)
धर्म,सहिष्णुता,राष्ट्रभक्ति संस्कृति का उत्थान है भारत!
कुरान बाइबिल गुरुग्रंथ साहिब नींव वेद-पुराण हैं भारत!
उपनिषदों ने दिया विश्व को परम् अलौकिक दिव्य ज्ञान।
भारत देश महान,विश्व में इसकी अलग अपनी पहचान।
५)
सभ्य संस्कृति नैतिकता का अनुपम शिष्टाचार है भारत!
विविधता में एकता का परिशुद्ध संस्कार है भारत!
दोहराता है नित्य तिरंगा इसका गौरव-गर्वित गान।
भारत देश महान,विश्व में इसकी अलग अपनी पहचान।
६)
जाति धर्म परिवार समाज का अतुलित सभ्याचार है भारत!
पर्व -परंपरा रीति-रिवाजों का उत्सव,
मंगलाचार है भारत!
अन्वेषण का विषय बना है,ऋषि मुनियों का तप और ध्यान।
भारत की सभ्यता-संस्कृति का,सारा विश्व करे सम्मान।
७)
जन-जन में अक्षुण्ण क्षमाशीलता और सभ्य सदाचार है भारत !
मानवीय गुणों से सिंचित,नैतिकता संचार
है भारत!
सम्पूर्ण विश्व ने किया भारतीय संस्कृति का सम्मान।
भारत देश महान,विश्व में इसकी अलग अपनी पहचान।
नीलम शर्मा ✍️