वतनपरस्ती
हँसते-हँसते डूबा दी जिन्होंने
जिंदगी की कश्ती थी
ये उनकी वतनपरस्ती थी.
ओ शूली पर थे चढ़ रहे
और आ रही उनको मस्ती थी
ये उनकी वतनपरस्ती थी.
दूसरों की बस्तियाँ बसाते-बसाते
उजाड़ी खुद की बस्ती थी
ये उनकी वतनपरस्ती थी.
वतन पर मर मिटे
अजब महान ओ हस्ती थी
ये उनकी वतनपरस्ती थी.