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29 May 2023 · 1 min read

वतनपरस्ती

हँसते-हँसते डूबा दी जिन्होंने
जिंदगी की कश्ती थी
ये उनकी वतनपरस्ती थी.

ओ शूली पर थे चढ़ रहे
और आ रही उनको मस्ती थी
ये उनकी वतनपरस्ती थी.

दूसरों की बस्तियाँ बसाते-बसाते
उजाड़ी खुद की बस्ती थी
ये उनकी वतनपरस्ती थी.

वतन पर मर मिटे
अजब महान ओ हस्ती थी
ये उनकी वतनपरस्ती थी.

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