वजह तुम हो तन्हाई की.. .
वजह तुम हो तन्हाई की, मेरा त्यौहार तुम ही हो,
भले मैं पैर का घुँघरू, मगर झंकार तुम ही हो
कभी हाथों के परदे आँख पर रख, देखती हो मुझे,
हवाएं कह ये उठती हैं, कि मेरा प्यार तुम ही हो.. .
– नीरज चौहान
वजह तुम हो तन्हाई की, मेरा त्यौहार तुम ही हो,
भले मैं पैर का घुँघरू, मगर झंकार तुम ही हो
कभी हाथों के परदे आँख पर रख, देखती हो मुझे,
हवाएं कह ये उठती हैं, कि मेरा प्यार तुम ही हो.. .
– नीरज चौहान