वक्त वक्त की बात है आज आपका है,तो कल हमारा होगा।
वक्त वक्त की बात है आज आपका है,तो कल हमारा होगा।
कभी सूरज ने तपती धूप में जलाया होगा,तो कभी बारिश के बूंदों ने भी भिगोया होगा।।
आज चारों ओर अंधेरा घना है,तो कल फिर से नया सवेरा होगा।।
गम के घने बादलों ने जब जब मन को सताया होगा,वक्त ने ही तब खुशियों का रास्ता दिखाया होगा।।
माना कि कभी तकदीर ने बेइंतहा हराया है,तो कभी मुकद्दर ने भी दरवाजा खटखटाया होगा।।
कभी उम्मीदें टूटी होंगी कभी वहम ने शोर मचाया होगा,उस वक्त भी इस वक्त ने ही उस वक्त को हराया होगा।।
वक्त वक्त की बात है कभी गमों ने रुलाया होगा,तो कभी खुशियों ने आपकी आपको हसाया होगा।।
आज वक्त कुछ खफा खफा सा है हमसे,तो क्या हुआ कभी उससे हमारा भी गहरा नाता होगा।।
आज वक्त ने सबको बहुत डराया है,तो कल का वक्त ही आज का हौसला होगा।।
माना की वक्त ने जख्म हजार दिए हैं,तो वक्त ने ही कभी मरहम भी लगाया होगा।।
मन जब जब उदास हुआ होगा किसी का,इस वक्त ने ही उनमें उम्मीदों को जगाया होगा।।
वक्त वक्त की बात है आज आपका है,तो कल हमारा होगा ।।