वक्त की खींचा तानी में जमाने चले गए
वक्त की खींचा तानी में जमाने चले गए!
अँधेरे की चौखट पर दर्द मिटाने चले गए!
जब वक्त की मार से हौसले कमजोर दिखे!
खुद को सूरज की लौ में तपाने चले गए!!
– सोनिका मिश्रा
वक्त की खींचा तानी में जमाने चले गए!
अँधेरे की चौखट पर दर्द मिटाने चले गए!
जब वक्त की मार से हौसले कमजोर दिखे!
खुद को सूरज की लौ में तपाने चले गए!!
– सोनिका मिश्रा