Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2023 · 1 min read

वक़्त के शायरों से एक अपील

शायरी करो तो ब्रेख्त की तरह
वर्ना बेहतर है कुछ और करो
तुम अपने दौर के तक़ाज़ों पर
मेरे हम-अस्रों, थोड़ा ग़ौर करो…
(१)
अपनी गैरत को मत कुचलो
अपने ज़मीर को मत बेचो
अपने उसूलों से समझौता
ख़ुदा-रा मत किसी तौर करो
शायरी करो तो फ़ैज़ की तरह
वर्ना बेहतर है कुछ और करो…
(२)
जेल जाने के खौफ से या
ईनाम पाने की लालच में
अपने वक़ार से समझौता
ख़ुदा-रा मत किसी तौर करो
शायरी करो तो जालिब की तरह
वर्ना बेहतर है कुछ और करो…
(३)
अपने देश और समाज के
जलते हुए सवालों पर
अपनी ख़ुद्दारी से समझौता
ख़ुदा-रा मत किसी तौर करो
शायरी करो तो दुष्यंत की तरह
वर्ना बेहतर है कुछ और करो…
(४)
मर्सिया लिखो अवाम का
हुक़्काम का कसीदा नहीं
अपने वजूद से समझौता
ख़ुदा-रा मत किसी तौर करो
शायरी करो तो पाश की तरह
वर्ना बेहतर है कुछ और करो…
(५)
अपनी अगली नस्लों के
रोशन मुस्तकबिल के लिए
अपनी ख़ुदी से समझौता
ख़ुदा-रा मत किसी तौर करो
शायरी करो तो गोरख की तरह
वर्ना बेहतर है कुछ और करो…
(६)
सब कुछ देख रहा इतिहास
वह न करेगा हरगिज़ माफ़
अपने ज़ेहन से समझौता
ख़ुदा-रा मत किसी तौर करो
शायरी करो तो अदम की तरह
वर्ना बेहतर है कुछ और करो…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#फनकार #सवाली #democracy
#गरीब #Opposition #politics
#bollywood #हल्लाबोल #youths
#poetry #political #rebel #truth
#lyricist #इंकलाब #बगावत #विद्रोही
#कवि #गीतकार #क्रांतिकारी #सियासी

Language: Hindi
Tag: गीत
389 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वो समझते हैं नाज़ुक मिज़ाज है मेरे।
वो समझते हैं नाज़ुक मिज़ाज है मेरे।
Phool gufran
कभी उलझन,
कभी उलझन,
हिमांशु Kulshrestha
होली के दिन
होली के दिन
Ghanshyam Poddar
पसन्द नहीं था खुदा को भी, यह रिश्ता तुम्हारा
पसन्द नहीं था खुदा को भी, यह रिश्ता तुम्हारा
gurudeenverma198
अन्याय होता है तो
अन्याय होता है तो
Sonam Puneet Dubey
पहली बरसात ....
पहली बरसात ....
sushil sarna
अनुभूति...
अनुभूति...
ओंकार मिश्र
ख़ुश-कलाम जबां आज़ के दौर में टिक पाती है,
ख़ुश-कलाम जबां आज़ के दौर में टिक पाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"" *चाय* ""
सुनीलानंद महंत
वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे
वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे
Neeraj Mishra " नीर "
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Shashi kala vyas
Black board is fine.
Black board is fine.
Neeraj Agarwal
जुगनू
जुगनू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
निर्मोही से लगाव का
निर्मोही से लगाव का
Chitra Bisht
जड़ें
जड़ें
Dr. Kishan tandon kranti
5 किलो मुफ्त के राशन का थैला हाथ में लेकर खुद को विश्वगुरु क
5 किलो मुफ्त के राशन का थैला हाथ में लेकर खुद को विश्वगुरु क
शेखर सिंह
3734.💐 *पूर्णिका* 💐
3734.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
..
..
*प्रणय*
खाईला कसम हम
खाईला कसम हम
Er.Navaneet R Shandily
स्वार्थी मान्छे (#नेपाली_भाषा)
स्वार्थी मान्छे (#नेपाली_भाषा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मौत बेख़ौफ़
मौत बेख़ौफ़
Dr fauzia Naseem shad
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
Ravikesh Jha
हरगिज़ नहीं
हरगिज़ नहीं
Mahender Singh
कठिन समय आत्म विश्लेषण के लिए होता है,
कठिन समय आत्म विश्लेषण के लिए होता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
प्रेम - एक लेख
प्रेम - एक लेख
बदनाम बनारसी
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
TAMANNA BILASPURI
हमेशा कुछ ऐसा करते रहिए जिससे लोगों का ध्यान आपके प्रति आकषि
हमेशा कुछ ऐसा करते रहिए जिससे लोगों का ध्यान आपके प्रति आकषि
Raju Gajbhiye
" यकीन करना सीखो
पूर्वार्थ
*हर पल मौत का डर सताने लगा है*
*हर पल मौत का डर सताने लगा है*
Harminder Kaur
Loading...