लोट के ना आएंगे हम
जो तुम रहोगे खफा तो चले जाएंगे हम
चले गए जो कभी लौट के ना आएंगे हम
जो तुम रहोगे खफा…………..
तुम्हारे बिन ये महफिलें ये नजारे
कुछ नहीं है सुनो
जो तुम ही रुठे रहे तो कैसे मुस्कुराएंगे हम
जो तुम रहोगे खफा…………..
तुम्हारे लिए जमाने की हर खुशी
हम छोड़ देंगे सभी
जो तुम ना माने तो कैसे मुस्कुराएंगे हम
जो तुम रहोगे खफा………..
हाय रे इश्क तेरा बड़ा कठिन है
जान ले लेना कहीं
जो तुम करोगे ज़फा कैसे मुस्कुराएंगे हम
जो तुम रहोगे खफा………….
‘V9द’ रूठने-मनाने के सिलसिले
बस ऐसे चलते रहें
जो तुम करोगे खता कैसे मुस्कुराएंगे हम
जो तुम रहोगे खफा…………