लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
तब कहीं जाकर दो जून की रोटी खाते हैं
आज़ के माहौल में कोई एक रुपया भी नहीं देता
और लोग आरक्षण के लिए सड़कों पर आ रहे हैं
_ सौम्या
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
तब कहीं जाकर दो जून की रोटी खाते हैं
आज़ के माहौल में कोई एक रुपया भी नहीं देता
और लोग आरक्षण के लिए सड़कों पर आ रहे हैं
_ सौम्या