Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2022 · 1 min read

लोग मजबूर हो के

ज़िंदगी सबको
अच्छी लगती है।
लोग मजबूर हो
के मरते हैं।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
7 Likes · 142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

जब प्यार है
जब प्यार है
surenderpal vaidya
कर्क चतुर्थी
कर्क चतुर्थी
मधुसूदन गौतम
सुना है नींदे चुराते हैं ख्वाब में आकर।
सुना है नींदे चुराते हैं ख्वाब में आकर।
Phool gufran
#नारी तू नारायणी
#नारी तू नारायणी
Radheshyam Khatik
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
Neelofar Khan
"अकेलापन की खुशी"
Pushpraj Anant
जवाब के इन्तजार में हूँ
जवाब के इन्तजार में हूँ
Pratibha Pandey
एक क्षणिका
एक क्षणिका
sushil sarna
कुछ हसरतें पाल कर भी शाम उदास रहा करती है,
कुछ हसरतें पाल कर भी शाम उदास रहा करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विषय – मौन
विषय – मौन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बेवफ़ा जब हुए आँखों में बसाने वाले
बेवफ़ा जब हुए आँखों में बसाने वाले
आकाश महेशपुरी
"अदा"
Dr. Kishan tandon kranti
वो हमसे पराये हो गये
वो हमसे पराये हो गये
Dr. Man Mohan Krishna
# होड़
# होड़
Dheerja Sharma
ऊटपटाँग
ऊटपटाँग
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
Shweta Soni
जिंदगी की ऐसी ही बनती है, दास्तां एक यादगार
जिंदगी की ऐसी ही बनती है, दास्तां एक यादगार
gurudeenverma198
गृहस्थ आश्रम
गृहस्थ आश्रम
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
स्त्री
स्त्री
Sakhi
23/174.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/174.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
भगवा रंग में रंगें सभी,
भगवा रंग में रंगें सभी,
Neelam Sharma
Cá độ qua 188bet.com, 64 bị cáo hầu tòa
Cá độ qua 188bet.com, 64 bị cáo hầu tòa
Cá độ qua 188bet.com
लौट आना वहीं - कोमल अग्रवाल की कलम से
लौट आना वहीं - कोमल अग्रवाल की कलम से
komalagrawal750
■ सकारात्मक तिथि विश्लेषण।।
■ सकारात्मक तिथि विश्लेषण।।
*प्रणय*
एक विचार पर हमेशा गौर कीजियेगा
एक विचार पर हमेशा गौर कीजियेगा
शेखर सिंह
चले ससुराल पँहुचे हवालात
चले ससुराल पँहुचे हवालात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मन मोहन हे मुरली मनोहर !
मन मोहन हे मुरली मनोहर !
Saraswati Bajpai
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट,*
*राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट,*
Shashi kala vyas
Loading...