लोग क्या कहेंगे ??
“लोग क्या कहेंगे”ऐसा वाक्य जिसने ना जानें कितनी ही जिन्दगियां बर्बाद की हैं। इसका मतलब हम अपने जीवन में कोई काम करने की सोचते ही हैं की ये विचार भी आता हैं की लोग क्या कहेंगे जिससे कोई भी मनुष्य अपने कदम पीछे कर लेता है।
या उस काम को करने की हिम्मत नहीं कर पाता इसी कारण से कुछ भी जो वह हासिल करना चाहता उसे नहीं मिल पाता।
ये एक ऐसा वाक्य हैं जिसके कारण एक व्यक्ति खाना, खाना चाहता पर रूक जाता हैं और भूखा ही रहता हैं क्योंकि मन में ये डर आ जाता हैं की लोग क्या कहेंगे और मेरे बारे में क्या सोचेंगे या इससे मेरा सम्मान कम हों जाएगा।
कई बार सफलता के नज़दीक जाकर भी लोग इसी वाक्य के कारण वापस लौट जाते हैं लेकिन ये नहीं सोचते की जितनी दूरी उनको वापस आने में तय करनी होगी शायद उतनी दूरी में वो सफलता तक पहुंच सकते थे।
दूसरों को कुछ कहने वाले लोग भी ऐसे होते हैं जिन्होंने खुद अपनी जिंदगी में कुछ किया नहीं होता और जो करना चाहते उनकी भी टांग खींच के नीचे लाने पर तुले होते हैं ताकि ये मेरे से आगे ना निकल पाए लेकिन कई बार इनकी कोशिशे कामयाब होती नही एक बात और की इन लोगो में खुद आत्मविश्वास की कमी होती हैं जिससे इनकी सोच भी छोटी ही रह जाती हैं इनके जैसे लोग हमारे समाज के या कई बार आस पड़ोस या परिवार के ही कुछ लोग होते हैं।
अब जो लोग कुछ करना चाहते हैं लेकिन इस वाक्य के कारण नहीं कर पाते उनके लिए कुछ बातें की जब भी किसी बड़े लक्ष्य प्राप्ति की ओर बढ़ो तो अपने कान बंद कर लो अर्थात लोगों की बातों पर ध्यान ना दो लेकिन अगर सुनने लगे तो लोग और उनका माहौल तुम्हें नकारात्मकता से भर देंगे जिससे आपका जीना दूभर हों जाएगा तो ऐसी स्थिति में उस कहावत की “हाथी चलें बाजार तो कुत्ते भौंकें हजार” पर अमल करते हुए आगे बढ़ जाएं इसका कारण भी हैं की “जिस जिस पर भी जग हंसा हैं तो उसी ने इतिहास रचा है” और ऐसे लोगों का मुंह बंद करने का सबसे अच्छा तरीका हैं जब भी तुम्हें कोई नीचा दिखाए और बोले की तुम ये नहीं कर सकते तो उनके सामने जवाब मत दो उस चीज़ को करके दिखाओ ताकि जब भी आप दोबारा वो व्यक्ति से मिलो तो वो आपके आंख में आंख मिला के बात ना कर सकें।
सफलता मिल जानें के बाद यहीं लोग होते हैं जो कहते हैं की मुझे पता था की तुम ये कर लोगे और आपकी तरफदारी करने लगते हैं।
और समाज के लोग क्या कहेंगे ये हमारे हाथ में नहीं हैं तो इस बात पर ध्यान ना देते हुए अपनी मेहनत अपने संघर्ष पर ध्यान देते हुए लगातार बिना रुके आगे बढ़िये “क्योंकि जहां तक रास्ता दिख रहा है वहा तक तो चलो आगे का रास्ता वहा जानें के बाद मिल जायेगा।
इस वाक्य की लोग क्या कहेंगे इस पर एक गाना भी हैं –
“कुछ तो लोग कहेंगे , लोगों का काम हैं कहना ।
छोड़ो बेकार की बातों को कही बीत ना जाए रैना।।