लॉकडाउन
2122 + 2122 + 2122
लग गया है यार फिर से अपने टाउन
लॉकडाउन, लॉकडाउन, लॉकडाउन
लग गया है……
मर गए कुछ, मर रहे हैं, लोग आगे
रिश्ते-नाते तोड़कर सब आज भागे
चार सू ये ख़ौफ़ पसरा हाय अब तो
क्या कहे हम साल बीता सोये जागे
वैध हैरां आज उनकी उतरी गाउन
लग गया है……
चीन की ये देन है दुनिया जहां को
छीन लेगा एक मुट्ठी आस्मां को
रोक दो व्यापार इससे आगे करना
तुम रहो तैयार वरना इम्तिहां को
हाय कोरोना किये सेहत को डाउन
लग गया है……
अब नहीं है नौकरी तो क्या हुआ फिर
भागती है छोकरी तो क्या हुआ फिर
सुख महामारी ले के भागी हमारे
सर पे ग़म की टोकरी तो क्या हुआ फिर
मुफ़लिसी में आज उतरा फिर से क्राउन
लग गया है……