लेख
#हाउड़ी मोदी का #नारा कस के #बुलन्द करने वाले देश ने कस के तमाचा जरा है भक्तों के गाल पे ।
लेकिन भक्त तो ठहरे भक्त उसे भी चुम्मा ही बताएंगे। कोई नहीं लेते रहो ऐसे ही चुम्मा और दांत निपोरते रहो। बेशर्मों का पूरा फौज है, जिनके शब्द कोष में शर्म नाम का कोई चीज बचा ही नहीं है
सभी को बहुत बहुत बधाई!
अमेरिका,इंग्लैंड ने एडवाइजरी जारी कर महिलाओ को भारत न जाने की सख्त हिदायत दी है। कहा है कि भारत अब बलात्कारियों का देश है.. लो ठोको ताली आया मज़ा? ये है असली पहचान हमारे साहेब ‘हाउड़ी मोदी ‘ के देश की।
मेरे समझ में नहीं आता ये लोग राष्ट्र हित किसे कहते हैं?
वाकई मैं जब भी इन लोगों के मुंह से राष्ट्रहित सुनती हूं, बड़ी परेशान होती हूं, और सोचती हुं आखिर इनका राष्ट्र है क्या?
मुझे याद है, बचपन में एक बार किसी बात पर मां ने कहा था हम लोग मिल कर जिस मकान में रहते हैं वो हमारा घर है, सभी अपनों का घर जहां है वो गांव, बहुत सारे गावों को मिला के जिला, जिला से राज्य और सभी राज्यों को मिला कर देश और इश देश में रहने वाले लोगों का हित ही राष्ट्र हित है। तो मां का कहा अगर सच है तो इन लोगो का राष्ट्रहित क्या है?
और मेरी मां कभी झूठ और गलत नहीं बोलती, तो इसका सीधा अर्थ है ये लोग झूठ बोल रहे हैं।
राष्ट्रहित का डंडा मुंह में हमारे घुसा कर हमारी बोलती बन्द करना चाहते हैं।
लेकिन ऐसा तो आज तक न हुआ न होगा कि सूरज और समुद्र को शीशे के मरतबान में बन्द किया जा सके।
बोलने वाले बोलते ही रहेंगे चाहे राहुल बजाज के मुंह से या अदना सी सिद्धार्थ के कलम से आग पानी ओर वाणी रास्ता ढूंढ़ ही लेते हैं।
और अंत में, सच्ची थूकने का मन करता है इन चुने हुए जनप्रतिनिधियों पे … जय हो
~ सिद्धार्थ