लेख
क्यूँ पूछते हो ‘सनम’ क्या है हाल तेरा
काफूर बस होने को ही है जलाल मेरा ;
सभी मुस्लिम औरतों को बधाई, तीन तलाक बिल के पास होने पर। हाय कितनी खुश होंगी आज वो सब मिठाइयाँ बट रही होंगी मजा है। करो मजा बस ध्यान रखना बहनों शुगर न बढ़ जाय ज्यादा मीठा खाने से।
वैसे गजब का दिल है सत्ताधीशों का मुस्लिम महिलाओं से इतना प्रेम ? हिन्दू महिलाएं काटने को आती हैं क्या ? उनका क्यूँ नहीं सोचते ? बलात्कार और हत्या के मामले में तो समझ आता है क्या करें वो लोग भी सारे बलात्कारी और हत्यारे तो उन्हीं के खेमे में हैं तो कर भी क्या सकते हैं ? मगर तलाक बाले मामले में तो कर ही सकते थे… अरे ना रे वो भी नहीं कर सकते उस में भी अपनी ही गर्दन फसने का डर है। खैर छोड़ें…
हाँ तो बहनों ज्यादा मीठा हो गया हो तो थोड़ा करेला भी चखो ; रविवार को जिस युवक अब्दुल खालिक को जला दिया गया था उस की मौत हो चुकी है। सुन कर मजा दोगुना हुआ या नहीं ? हाँ आना भी चाहिए लो ऐसे मजे तो मिलते ही रहेंगे लेती रहा करो।
मुझे तो समझ में ही नहीं आ रहा मुस्लिम महिलाओं के लिए तो ये दौर और अच्छा है क्यूँ कि सत्ता धारी इस काल में सबसे ज्यादा प्रेम तो उन्ही से करते हैं और सबसे ज्यादा नफ़रत मुस्लिम पुरुषों से तो सोचो उन्हें तलाक के झंझट में परने की जरूरत ही नहीं बस किसी तरह धर्म के ठेकेदारों तक बात पहुचानी ही तो है कि फ्ला इंसान से राम नाम के नारे लगवाओ न लगाए तो मार डालो जला दो काट दो कुछ भी। सब हो सकता है परेशानी क्या है वैसे भी जब तीन साल पति जेल में रहेगा तो खिलायेगा कौन आप लोगों को पढ़ने लिखने और रोजगार में तो आप लोगों को पहले से ही पिछले के पिछले खाने में धकेला गया है और कमाने वाला जेल चला गया तो क्या करोगी ? अभी हाल फिलहाल में एक रिपोर्ट देख रही थी उस से पता चला इन पांच सालों में सबसे ज्यादा मुस्लिम लडकिया पढ़ाई अधूरी छोड़ कर घर बैठ गई हैं और 25 ग्रेजुएट लड़कियों में सिर्फ एक मुस्लिम होती हैं। तो एक तो वैसे ही बेरोजगारी चरम पे है और अशिक्षित महिलाएं करेंगी क्या ? सोचो मेरा क्या जाता है।
लेकिन अब आप लोगों का काम हो ही गया है तो हम हिन्दू महिलाओं की आवाज भी साहेब तक पहुंचा ही दो आप लोग आप लोगों की ही सुनते है। हिदुं मर्द और भी जितने धर्म के लोग भारत में रहते हैं उन मर्दों को भी साहेब जरा साधे न जो अपनी बीबियों को बिना तलाक दिए भाग जाते हैं। वो औरतें तो न घर की रहती है न घाट की। न शादी सुदा न तलाक सुदा। खैर छोड़ो इस में भी तो साहेब ही फसेंगे, मजे लो… जय हो
…सिद्धार्थ