लिसेन अमाया
लिसेन अमाया (नाईट रेन)
अमाया तुम बरसा ना करो,
तुम सदा तरसा करो,
बादलों से इश्क़ फरमाना छोड़ दो,
अपनी बूंदों को ज़मीन पे गिराना छोड़ दो।
के जब जब तुम फिसलती हो आसमान के गलीचे से तो-
सितारों के दिल टूट जाते हैं
के वो छुप जो जाते हैं,
मिटटी की दीवारें गीली हो जाती हैं,
वे सील जो जाती हैं,
रात की रानी के फूल छीकने लगते हैं,
उन्हें जुखाम जो हो जाता है,
और बेचारा चाँद शेरो की मांदवाले तौलिये ढूंढता है,
वो बुरी तरह भीग जो जाता है।
सुनो अमाया,तुम यूँ यकायक बरसा ना करो,
थोड़ा तो सबका ख्याल रखा करो,
बरसने से पहले भेजा करो पैगाम,
यूँ बैठे-बैठे तुम ना बहका करो।
सोनल निर्मल नमिता