लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
स्याह से लोग हैं और स्याह वादा है
लिबास पहने रक्खेगा या उतार फेकेगा?
बता आदमी! क्या तेरा इरादा है?
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
स्याह से लोग हैं और स्याह वादा है
लिबास पहने रक्खेगा या उतार फेकेगा?
बता आदमी! क्या तेरा इरादा है?
-सिद्धार्थ गोरखपुरी