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20 Mar 2024 · 1 min read

लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा

लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
कह लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
मत समझो तुम, हमको कुछ भी
जी लेते हैं थोड़ा-थोड़ा।।
सूर्यकांत

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