लिख लिख के थकगया।
लिख लिख के थकगया पोती और पुरान। फिर भी रोक न सका बन गया शैतान। खोज पर खोज करता रहा। बना लिया चन्द्रयान।उड़ चला आसमान। किसी भी ज्ञान से रुका न इनसान। व्यवहार करता रहा बन कर दुष्ट समान। पर्यावरण का नही रखा ध्यान। करता रहा निर्माण पर निर्माण।जीवन को सुखी बनाने के लिए करता रहा अविष्कार।घातक से घातक बना लिए हथियार।।