★बादल★
लिख कलम से दवात क्या। बिन बादल कमल बरसात क्या। बिना वजूद के तेरी औकात क्या। और छोड़कर अधर में महबूब जा चुका है। फिर मेरे दोस्त बारात क्या।। ★IPS KAMAL THAKUR ★
लिख कलम से दवात क्या। बिन बादल कमल बरसात क्या। बिना वजूद के तेरी औकात क्या। और छोड़कर अधर में महबूब जा चुका है। फिर मेरे दोस्त बारात क्या।। ★IPS KAMAL THAKUR ★