Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2021 · 1 min read

लिखें कहानी

आओ मिलकर लिखें कहानी, तेरी मेरी नयी पुरानी
कुछ टूटे सपनों को जोड़ें लेकर इन आँखों का पानी

जाने कितने युग बीते पर मन का ताल कहाँ सूखा है
तुम हो तो कैसे मैं कह दूँ पतझड़ का मौसम रूखा है

फिर खोलें यादों की पेटी,निकले फिर वह शाम सुहानी
आओ मिलकर लिखें…………

चन्दन-वन में चलती फिरती विष बेलों के कुछ साये थे
तुमने भी कुछ कहा नहीं था, हम भी कहाँ समझ पाये थे

नयनों की भाषा में कर लें बातें वह जानी-अनजानी
आओ मिलकर लिखें……………

सम्बन्धों की मर्यादा का मान कहाँ जग रख पाया है
परिभाषाओं के मनमाने अर्थों में ही उलझाया है

इन अर्थों को आओ दे दें नया कलेवर नयी निशानी
आओ मिलकर लिखें………….

अरमानों के राजमहल का सिंहासन था खाली खाली
तुम आये तो रात अमावस लेकर आई है दीवाली

इन होठों से फूट पड़ी है फिर से वही प्रीत की बानी
आओ मिलकर लिखें……………

जब जब यह इतिहास लिखेगा प्रेमग्रंथ की अमर कथाएं
महफ़िल महफ़िल होंगी अपनी रामकहानी की चर्चाएं

तेरा बस तेरा ‘असीम’ है दुनिया रहे भले दीवानी
आओ मिलकर लिखें……………
© शैलेन्द्र ‘असीम’

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 468 Views

You may also like these posts

इश्क
इश्क
Sanjay ' शून्य'
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
PRADYUMNA AROTHIYA
- सिफारिशे -
- सिफारिशे -
bharat gehlot
رام کے نام کی سب کو یہ دہائی دینگے
رام کے نام کی سب کو یہ دہائی دینگے
अरशद रसूल बदायूंनी
*एक साथी क्या गया, जैसे जमाना सब गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*एक साथी क्या गया, जैसे जमाना सब गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"मानो या न मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
चिकित्सक- देव तुल्य
चिकित्सक- देव तुल्य
डॉ. शिव लहरी
3652.💐 *पूर्णिका* 💐
3652.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बारिश की मोतियां
बारिश की मोतियां
Krishna Manshi
कोई नही है अंजान
कोई नही है अंजान
Basant Bhagawan Roy
आप कृष्ण सा प्रेम कर लो मुझसे,
आप कृष्ण सा प्रेम कर लो मुझसे,
Swara Kumari arya
ऊपर बने रिश्ते
ऊपर बने रिश्ते
विजय कुमार अग्रवाल
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
Manisha Manjari
*डॉ अरुण कुमार शास्त्री*
*डॉ अरुण कुमार शास्त्री*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रेम की भाषा
प्रेम की भाषा
Kanchan Alok Malu
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
Ranjeet kumar patre
मजबूरी
मजबूरी
The_dk_poetry
* लोकार्पण *
* लोकार्पण *
surenderpal vaidya
जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो।
जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो।
सत्य कुमार प्रेमी
व्यथा बेटी की
व्यथा बेटी की
संतोष बरमैया जय
छह दिसबंर / मुसाफिर बैठा
छह दिसबंर / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
महाकवि 'भास'
महाकवि 'भास'
Indu Singh
**हे ! करतार,पालनहार,आ कर दीदार दे**
**हे ! करतार,पालनहार,आ कर दीदार दे**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आज तुम्हें फिर...
आज तुम्हें फिर...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कोई पागल हो गया,
कोई पागल हो गया,
sushil sarna
हमारे जमाने में साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी ,
हमारे जमाने में साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी ,
Rituraj shivem verma
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
Neelofar Khan
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
Ajay Shekhavat
दोनों की सादगी देख कर ऐसा नज़र आता है जैसे,
दोनों की सादगी देख कर ऐसा नज़र आता है जैसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...