Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Johnny Ahmed 'क़ैस'
35 Followers
Follow
Report this post
22 Jun 2021 · 1 min read
लाश
चौराहे पर पड़ी एक ताज़ा लाश
चौराहे पर पड़े-पड़े बासी हो गई
-जॉनी अहमद ‘क़ैस’
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
· 242 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
बेवजह बदनाम हुए तेरे शहर में हम
VINOD CHAUHAN
यूं नए रिश्तें भी बुरी तरह बोझ बन जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अन्याय हो रहा यहाॅं, घोर अन्याय...
Ajit Kumar "Karn"
छीना झपटी हो रही,
sushil sarna
समझौता
Shyam Sundar Subramanian
3236.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोई क्या करे
Davina Amar Thakral
जनवासा अब है कहाँ,अब है कहाँ बरात (कुंडलिया)
Ravi Prakash
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
☎️ फोन जब तार से बंधा था, आदमी आजाद था.. जब से फोन तार से आ
Ranjeet kumar patre
सरस्वती बंदना
Basant Bhagawan Roy
व्याकुल मन की व्यञ्जना
हिरेन जोशी
दुआ सलाम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रोज गमों के प्याले पिलाने लगी ये जिंदगी लगता है अब गहरी नींद
कृष्णकांत गुर्जर
मुझे लगता था किसी रिश्ते को निभाने के लिए
पूर्वार्थ
बसे हैं राम श्रद्धा से भरे , सुंदर हृदयवन में ।
जगदीश शर्मा सहज
" रंगमंच "
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
नया साल लेके आए
Dr fauzia Naseem shad
मुस्कान
Surya Barman
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
Phool gufran
बाण मां सूं अरदास
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
■ आखिरकार ■
*प्रणय*
ज़िंदगी है गीत इसको गुनगुनाना चाहिए
Dr Archana Gupta
कड़वा सच
Sanjeev Kumar mishra
International Self Care Day
Tushar Jagawat
अनोखा दौर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
रेत सी इंसान की जिंदगी हैं
Neeraj Agarwal
* भावना स्नेह की *
surenderpal vaidya
वोट डालने जाना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...