लब खामोश नयन से…
1.लब खामोश नयन से बोलता
दिल लुभाने का अंदाज़ है बड़ा
2. तेरी राह निहारूँ कब से मैं खडी़
यादों को मैं मन अपने मैं बसाती
3. नयन बसी सूरत, ख्वाब बनके तुम
इस क़दर गुम हो, एहसास तुम हो
4. मुझसे बस तुम कह दो बस इक बार
हम खुद को कदमों में झुका तेरे देगें
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा