Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2021 · 1 min read

लफड़ा होता है

तुम क्या जानो कितना लफड़ा होता है,
जब मेरा मुझसे ही झगड़ा होता है।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 388 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"शायद"
Dr. Kishan tandon kranti
"अलग -थलग"
DrLakshman Jha Parimal
मां शैलपुत्री
मां शैलपुत्री
Mukesh Kumar Sonkar
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन मर्म
जीवन मर्म
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
It is that time in one's life,
It is that time in one's life,
पूर्वार्थ
जागे जग में लोक संवेदना
जागे जग में लोक संवेदना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
" हर वर्ग की चुनावी चर्चा “
Dr Meenu Poonia
“ख़्वाहिशों का क़ाफ़िला  गुजरता अनेक गलियों से ,
“ख़्वाहिशों का क़ाफ़िला गुजरता अनेक गलियों से ,
Neeraj kumar Soni
ज़िन्दगी को समझते
ज़िन्दगी को समझते
Dr fauzia Naseem shad
यादें....!!!!!
यादें....!!!!!
Jyoti Khari
रोक दो ये पल
रोक दो ये पल
Dr. Rajeev Jain
अजब तमाशा जिंदगी,
अजब तमाशा जिंदगी,
sushil sarna
"गुरु पूर्णिमा" की हार्दिक शुभकामनाएं....
दीपक श्रीवास्तव
*भीड़ में चलते रहे हम, भीड़ की रफ्तार से (हिंदी गजल)*
*भीड़ में चलते रहे हम, भीड़ की रफ्तार से (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
2570.पूर्णिका
2570.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Love's Burden
Love's Burden
Vedha Singh
सहज - असहज
सहज - असहज
Juhi Grover
सबरी के जूठे बेर चखे प्रभु ने उनका उद्धार किया।
सबरी के जूठे बेर चखे प्रभु ने उनका उद्धार किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देशभक्ति एवं राष्ट्रवाद
देशभक्ति एवं राष्ट्रवाद
Shyam Sundar Subramanian
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
मंजिल के जितने नजदीक होगें , तकलीफ़ें और चुनौतियां उतनी ज्या
मंजिल के जितने नजदीक होगें , तकलीफ़ें और चुनौतियां उतनी ज्या
Lokesh Sharma
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
Dr Archana Gupta
बात चली है
बात चली है
Ashok deep
आकर्षण मृत्यु का
आकर्षण मृत्यु का
Shaily
#संघ_शक्ति_कलियुगे
#संघ_शक्ति_कलियुगे
*प्रणय प्रभात*
सब्र या धैर्य,
सब्र या धैर्य,
नेताम आर सी
अदब और अदा में बड़ा अंतर होता है हुज़ूर,
अदब और अदा में बड़ा अंतर होता है हुज़ूर,
Anand Kumar
Loading...