लतियाते रहिये
ग़ैरों को अपनाते रहिये।
अपनों को लतियाते रहिये।।
बहुत दूर है यार पिपरिया।
फिर भी आते जाते रहिये।
देश आपके पापा का है।
जो मन आये खाते रहिये।।
बेशरमी को सिर पर लादे।
मन ही मन शरमाते रहिये।।
झूठे कसमो वादों से बस।
पब्लिक को भरमाते रहिये।
दिल में भी घर बन जाएगा।
अपना प्यार जताते रहिये।।