Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2019 · 1 min read

फर्क

गौरव और उसकी पत्नी दो बच्चों के साथ कार से वृद्धाश्रम रह रहे अपने माता पिता से मिलकर सोसायटी में मिले अपने फ्लैट के लिए लौट रहे थे। आगे चौराहे पर लाल बत्ती होने पर कार रोककर उसने चारों तरफ नजर दौडाई। फिर एक तरफ खडी चाय की रेहडी वाले से पूछा, “भैया यहां आपके बगल में जो भिखारी दंपति बैठे रहते थे वो कहाँ हैं। आज दिखाई नहीं दे रहे उन्हें कुछ देना था। “साहब सुना है उनके बेटे की चपरासी की सरकारी नौकरी लग गई है। उनका बेटा कहता है कि मैं अब अपने माँ बाप को भीख नहीं मांगने नही दूंगा। और वो उनको साथ लेकर यहां से थोडी दूर शहर में किराए के कमरे में रह रहा है। वह कहता है कि मैं उनकी सेवा अपने पास रख कर उम्र भर करूंगा। बच्चे ही बूढे माँ बाप का सहारा होते हैं। ऐसा मानना है उसका।” व्यक्ति का उत्तर था।
यह सुनकर गौरव को शर्म आ रही थी और वह अपने बच्चों से आखें नही मिला पा रहा था। वह भी तो अपने माँ बाप का इकलौता बेटा था और उसके माँ बाप ने भी उसे पढा लिखाकर खूब काबिल बनाया था। और जब वे बूढे हो गए तो उन्हें तडपने के लिए वृद्धाश्रम छोड दिया। आज वह अपने और भिखारी के बेटे में बहुत बडा फर्क महसूस कर रहा था।

अशोक छाबडा
12 जून 2017

Language: Hindi
248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*नज़ाकत या उल्फत*
*नज़ाकत या उल्फत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बेटी
बेटी
Vandna Thakur
” सबको गीत सुनाना है “
” सबको गीत सुनाना है “
DrLakshman Jha Parimal
* प्यार के शब्द *
* प्यार के शब्द *
surenderpal vaidya
स्त्री श्रृंगार
स्त्री श्रृंगार
विजय कुमार अग्रवाल
जहां तक तुम सोच सकते हो
जहां तक तुम सोच सकते हो
Ankita Patel
धंधा चोखा जानिए, राजनीति का काम( कुंडलिया)
धंधा चोखा जानिए, राजनीति का काम( कुंडलिया)
Ravi Prakash
2526.पूर्णिका
2526.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"दिल को"
Dr. Kishan tandon kranti
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
कार्तिक नितिन शर्मा
होकर उल्लू पर सवार
होकर उल्लू पर सवार
Pratibha Pandey
19. कहानी
19. कहानी
Rajeev Dutta
जरूरी है
जरूरी है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मानवता हमें बचाना है
मानवता हमें बचाना है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये जुल्म नहीं तू सहनकर
ये जुल्म नहीं तू सहनकर
gurudeenverma198
हर सांझ तुम्हारे आने की आहट सुना करता था
हर सांझ तुम्हारे आने की आहट सुना करता था
इंजी. संजय श्रीवास्तव
दो अक्षर में कैसे बतला दूँ
दो अक्षर में कैसे बतला दूँ
Harminder Kaur
"I’m now where I only want to associate myself with grown p
पूर्वार्थ
अब
अब "अज्ञान" को
*प्रणय प्रभात*
भारत का चाँद…
भारत का चाँद…
Anand Kumar
परिवार होना चाहिए
परिवार होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
कृष्णकांत गुर्जर
सबला नारी
सबला नारी
आनन्द मिश्र
रूठ जा..... ये हक है तेरा
रूठ जा..... ये हक है तेरा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
।। बुलबुले की भांति हैं ।।
।। बुलबुले की भांति हैं ।।
Aryan Raj
मेरी अर्थी🌹
मेरी अर्थी🌹
Aisha Mohan
झूठी शान
झूठी शान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
काश! मेरे पंख होते
काश! मेरे पंख होते
Adha Deshwal
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
विमला महरिया मौज
दोहा - शीत
दोहा - शीत
sushil sarna
Loading...