लघुकथा- खोज- राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
लघुकथा- ‘खोज’’
वास वेसिन के सामने लगे आईने में अक्सर गौरैया चोंच मारती थी जब कई बार वहाँ से हटाने के बाद भी उसका चोंच मारना बंद नहीं हुआ तो मैंने उस आईने के ऊपर एक कपड़ा लटका दिया।
अब गौरैया पास आती तो है लेकिन उसका चोंच मारना बंद को गया। वो बहुत दिनों तक वहाँ आकर कुछ खोजती फिरी। शायद उसका कोई अपना खो गया हो।
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लघुकथाकार -राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
संपादक’आकांक्षा’पत्रिका
अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे शिवनगर कालोनी टीकमगढ़ (मप्र) भारत
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