लगा हो ज़हर जब होठों पर
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लगा हो ज़हर जब होठों पर
तो शहद काम ना आए
हो वक्त जब बुरा
तो पहले अपने ही मुंह घुमाए
यही दस्तूर है सबका
यही सब जानते हैं
दूध पिलाते हैं अपनो को
और आस्तीन में सांप पलते हैं
लगा हो ज़हर जब होठों पर
तो शहद काम ना आए
हो वक्त जब बुरा
तो पहले अपने ही मुंह घुमाए
यही दस्तूर है सबका
यही सब जानते हैं
दूध पिलाते हैं अपनो को
और आस्तीन में सांप पलते हैं