Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2022 · 1 min read

लगन

लगन हो मानस में संभव सभी सब कार्य होता है ,
उतर आता क्षितिज धरा की गोद में ह्रदय तब ही उछलता है !@परिमल

Language: Hindi
120 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
'आभार' हिन्दी ग़ज़ल
'आभार' हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दोस्ती क्या है
दोस्ती क्या है
VINOD CHAUHAN
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
Ravi Prakash
"कवि"
Dr. Kishan tandon kranti
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
कृष्णकांत गुर्जर
राम रावण युद्ध
राम रावण युद्ध
Kanchan verma
तुम गए कहाँ हो 
तुम गए कहाँ हो 
Amrita Shukla
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
* सुहाती धूप *
* सुहाती धूप *
surenderpal vaidya
चौकीदार की वंदना में / MUSAFIR BAITHA
चौकीदार की वंदना में / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
बाल मन
बाल मन
लक्ष्मी सिंह
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुक्तक...
मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*शर्म-हया*
*शर्म-हया*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बूँद-बूँद से बनता सागर,
बूँद-बूँद से बनता सागर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
* मैं बिटिया हूँ *
* मैं बिटिया हूँ *
Mukta Rashmi
Ghughat maryada hai, majburi nahi.
Ghughat maryada hai, majburi nahi.
Sakshi Tripathi
3215.*पूर्णिका*
3215.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वृंदावन की कुंज गलियां
वृंदावन की कुंज गलियां
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नारी सम्मान
नारी सम्मान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
चरम सुख
चरम सुख
मनोज कर्ण
"स्वजन संस्कृति"
*Author प्रणय प्रभात*
रास्ते और राह ही तो होते है
रास्ते और राह ही तो होते है
Neeraj Agarwal
यह कौन सा विधान हैं?
यह कौन सा विधान हैं?
Vishnu Prasad 'panchotiya'
बात
बात
Shyam Sundar Subramanian
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
Shakil Alam
जिंदगी के तराने
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🌸*पगडंडी *🌸
🌸*पगडंडी *🌸
Mahima shukla
मैं हूं कार
मैं हूं कार
Santosh kumar Miri
Loading...