लगता है खतरे की ___ मुक्तक
लगता है खतरे की घंटी बज चुकी है।
सेनाएं आमने _ सामने सज चुकी है।
युद्ध यह महायुद्ध में बदल न जाए कहीं,
आज तो टोंपे मिसाइलें गरज चुकी है।।
राजेश व्यास अनुनय
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युद्ध से कभी भी कुछ हासिल होता नहीं।
मित्रों अपनी ही जान तो मानव खोता यहीं।
धैर्य _ संयम _ धीरज से ही काम लीजिए,
हमेशा शांति से ही फैसला होता सही।।
राजेश व्यास अनुनय
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