लक्ष्मीबाई
कुण्डलिया
लक्ष्मीबाई ले खड़ग, करती शत्रु संहार
रक्तरंजित भूमि हुई, चमक रही तलवार।।
चमक रही तलवार, भृकुटी तने बलखाई।
काट सीस भू धरे, घर रूप काली आई
नैना बरसे अनल, तवाही खूब मचाई
लहू बहाती रण में, आ गई लक्ष्मी बाई।।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हि० प्र०