लकीर
बस एक मुहब्बत ही ना कर पाये
बाकी सब हुनर तो हमारे पास थे
कभी फुर्सत हुयी पूछेंगे किसी से
इसमें कौन से रंग इतने खास थे
लकीर भी होती है इसकी शायद
हमारे हाथ तो बिल्कुल सपाट थे
होठो में छुपते रहे जब वो पास थे
इतने मासूम से हमारे जज्बात थे
बस एक मुहब्बत ही ना कर पाये
बाकी सब हुनर तो हमारे पास थे
कभी फुर्सत हुयी पूछेंगे किसी से
इसमें कौन से रंग इतने खास थे
लकीर भी होती है इसकी शायद
हमारे हाथ तो बिल्कुल सपाट थे
होठो में छुपते रहे जब वो पास थे
इतने मासूम से हमारे जज्बात थे