रौशनी दे मौला मेरे
हर टूटे तारे को तू रौशनी दे मौला मेरे
थोड़ी दे चाहें मग़र तू ख़ुशी दे मौला मेरे
गर्दिशों से हारकर कोई ख़ुदकुशी ना करे
हर मरते हुए को तू ज़िन्दगी दे मौला मेरे
__अजय “अग्यार
हर टूटे तारे को तू रौशनी दे मौला मेरे
थोड़ी दे चाहें मग़र तू ख़ुशी दे मौला मेरे
गर्दिशों से हारकर कोई ख़ुदकुशी ना करे
हर मरते हुए को तू ज़िन्दगी दे मौला मेरे
__अजय “अग्यार