रोला छंद :-
रोला छंद :-
धड़की बन कर याद , सुहानी वो बरसातें ।
दो अधरों की पास, सुलगती दिल की बातें ।
अनबोली वो बात, प्यार का बना फसाना ।
धड़के दिल के पास, मिलन का वही तराना ।
सुशील सरना
रोला छंद :-
धड़की बन कर याद , सुहानी वो बरसातें ।
दो अधरों की पास, सुलगती दिल की बातें ।
अनबोली वो बात, प्यार का बना फसाना ।
धड़के दिल के पास, मिलन का वही तराना ।
सुशील सरना