रोला छंद. . .
रोला छंद. . .
पिया गए परदेस , आँख से छलका पानी ।
लम्बी लगती रैन ,करे क्या प्रेम दिवानी ।
अन्तस की यह पीर, किसी से कही न जाती ।
हर करवट पर याद , पिया की बहुत सताती ।
सुशील सरना / 16-10-24
रोला छंद. . .
पिया गए परदेस , आँख से छलका पानी ।
लम्बी लगती रैन ,करे क्या प्रेम दिवानी ।
अन्तस की यह पीर, किसी से कही न जाती ।
हर करवट पर याद , पिया की बहुत सताती ।
सुशील सरना / 16-10-24