रोला छंद. . .
रोला छंद. . .
साँसों का संगीत, तिमिर में लगता प्यारा ।
अनुरोधों के वेग , में हृदय सब कुछ हारा ।
धीमी-धीमी आग , प्रीत को लगे सुहानी ।
बांहों का हर बंध , बन गई अमर कहानी ।
सुशील सरना /
रोला छंद. . .
साँसों का संगीत, तिमिर में लगता प्यारा ।
अनुरोधों के वेग , में हृदय सब कुछ हारा ।
धीमी-धीमी आग , प्रीत को लगे सुहानी ।
बांहों का हर बंध , बन गई अमर कहानी ।
सुशील सरना /