रैन बसेरा
सुनअ-सुनअ
ए साथी हो
सुनअ-सुनअ
ए भाई हो
दुनिया एगो
रैन बसेरा
सभे इहां
बस राही हो…
(१)
डूबत सूरज
उगत चान
देला सबके
इहे पैगाम
एक-दूजा पर
प्यार लूटा लअ
पल दु पल के
हर मेहमान
केतना लोग
अभीन जाई हो
केतना लोग
अभीन आई हो…
(२)
ईहे जीवन के
रीत बा
कहीं चीख
कहीं गीत बा
ओतने दूर
हो जाला ऊ
जेतने खास जे
मीत बा
केतना लोग
अभीन रोई हो
केतना लोग
अभीन गाई हो…
(३)
ई माया के
गांव बा
कबो धूप
कबो छांव बा
राम जाने इहां
कब का होई
लागल सब कुछ
दांव बा
केतना लोग
अभीन खोई हो
केतना लोग
अभीन पाई हो…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#life #death #sad #bhojpuri
#philosophy #nirgun #kabir
#lyricist #lyrics #song #मृत्यु