रैन बसेरा
तुम वक़्त से डरो-काल से डरो
कुदरत की शातिर-चाल से डरो…
हमने देखा है बड़े-बड़ों को
ख़ाक़ में मिलते हुए अचानक
अपने होने वाले-हाल से डरो…
इज्ज़त,दौलत,शोहरत, ताक़त
हर चीज़ यहीं छूट जाएगी
माया के रचे हुए जाल से डरो…
अभी मौका है संभल जाओ
कहीं देर बहुत न हो जाए
उजले हुए जा रहे बाल से डरो…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#हल्ला_बोल #अवामीशायर
#इंकलाबीशायर #चुनावीकविता