रेशम की डोरी का
भईया के प्रति मेरा
जो दुलार है ।
दूरियों से न कम हो
वही प्यार है ।।
रेशम की डोरी का
जो त्योहार है ।
असीमित भईया से
मेरा प्यार है ।।
खुशियों से युक्त उनका
जीवन रहे ।
बहना की रब से बस
ये अरदास है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद