रूप चौदस
सुबह उठकर करो मालिश,
मनालो रूप चौदस को।
मिला उबटन लगालो जी,
निखारो रूप चौदस को।
लगाकर दूध थोड़ा सा,
बदन कमनीय कर लो जी,
मगर मुस्कान लब पर रख ,
निभाओ रूप चौदस को।
★कलम घिसाई★
सुबह उठकर करो मालिश,
मनालो रूप चौदस को।
मिला उबटन लगालो जी,
निखारो रूप चौदस को।
लगाकर दूध थोड़ा सा,
बदन कमनीय कर लो जी,
मगर मुस्कान लब पर रख ,
निभाओ रूप चौदस को।
★कलम घिसाई★