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23 Aug 2024 · 1 min read

रिश्तों में बुझता नहीं,

रिश्तों में बुझता नहीं,
अब नफरत का दीप ।
दुर्गंधित जल में नहीं,
मिलते मुक्ता सीप ।।

सुशील सरना / 23-8-24

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