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16 May 2023 · 1 min read

रिश्तों को नापेगा दुनिया का पैमाना

रिश्तों को नापेगा दुनिया का पैमाना
उह- आह से लगेगा प्यार का अनुमान
कोन कितना रोया- हँसा उससे रिश्तों मे,
हमारे प्यार को दूर- पास बतलायेगा
फुल से पत्तो को तोड़ कर अलग भाव करेगा,
अब तो रोने- धोने से मन का भाव मिलेगा
बुजुर्गो से ही रिश्तों को सहारा मिलेगा,
नहीं तो सभी रिश्तें – नाते बेसहारा मिलेगा

समय रहते रिश्तों के अहसास को समझा जाए,
मानवता के प्रति संवेदनशीलता को समझ जाए
रिश्ता वही जो अंधेरे में राह दिखाये,
रिश्ता वही एक दूसरे पर विश्वास करवाये
रिश्ता वही समाज को जोड़े, रिश्ते ही धर्म,
रिश्ते ही प्यार, रिश्ते ही विश्वास बनवाये
रिश्तों में सत्य असत्य, धर्म अधर्म का भेद करवाए,
रिश्तों से ही सम्पूर्ण मानवता को जोड़ा जाये

अनिल चौबिसा
9829246588

685 Views
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