Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Dec 2024 · 1 min read

रिश्तों के टूट जाने से भी बड़ी दुःख प्रक्रिया है ,

रिश्तों के टूट जाने से भी बड़ी दुःख प्रक्रिया है ,
रिश्ते का ना टूटकर ‘रिश्ते का पहले जैसा न रहना…❤️🌻

13 Views

You may also like these posts

किसलिए
किसलिए
Arvind trivedi
ज़माना
ज़माना
Rajeev Dutta
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
डॉ. दीपक बवेजा
पितृ पक्ष
पितृ पक्ष
Rambali Mishra
✍️ नशे में फंसी है ये दुनियां ✍️
✍️ नशे में फंसी है ये दुनियां ✍️
राधेश्याम "रागी"
तन तो केवल एक है,
तन तो केवल एक है,
sushil sarna
आशाएं
आशाएं
शिवम राव मणि
पलकों की
पलकों की
हिमांशु Kulshrestha
एक विज्ञापन में दिखाए गए
एक विज्ञापन में दिखाए गए "तानसेन" के अलाप को सुन कर लगता है
*प्रणय*
2.नियत या  नियती
2.नियत या  नियती
Lalni Bhardwaj
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
आहत बता गयी जमीर
आहत बता गयी जमीर
भरत कुमार सोलंकी
ज्ञान दायिनी
ज्ञान दायिनी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
शिव के द्वार चलें
शिव के द्वार चलें
Sudhir srivastava
इतनी खुबसुरत हो तुम
इतनी खुबसुरत हो तुम
Diwakar Mahto
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
4436.*पूर्णिका*
4436.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
🎊🎉चलो आज पतंग उड़ाने
🎊🎉चलो आज पतंग उड़ाने
Shashi kala vyas
गमों ने जिन्दगी को जीना सिखा दिया है।
गमों ने जिन्दगी को जीना सिखा दिया है।
Taj Mohammad
*मां*
*मां*
Dr. Priya Gupta
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
हिंदी माता की आराधना
हिंदी माता की आराधना
ओनिका सेतिया 'अनु '
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
satish rathore
सुबह की चाय हम सभी पीते हैं
सुबह की चाय हम सभी पीते हैं
Neeraj Agarwal
*Broken Chords*
*Broken Chords*
Poonam Matia
"जीना"
Dr. Kishan tandon kranti
जो चीजे शांत होती हैं
जो चीजे शांत होती हैं
ruby kumari
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...