रिश्तों की उम्र
आजकल रिश्तों की जिंदगी है ,
इंसान की घटती उम्र जितनी ।
क्या करें इसे खुदपरस्ती का ,
रोग है लगा हुआ वोह गिनेगा सांसे कितनी ?
आजकल रिश्तों की जिंदगी है ,
इंसान की घटती उम्र जितनी ।
क्या करें इसे खुदपरस्ती का ,
रोग है लगा हुआ वोह गिनेगा सांसे कितनी ?