17रिश्तें
रिश्तें
कुछ रिश्ते…
बेनाम होते हैं।
लेकिन….
बहुत खास होते हैं।
अपने न होकर भी…..
हमराज होते हैं।
एक अपनेपन का….
एहसास होते हैं।
दूर होकर भी….
पास होते हैं।
हर दु:ख-सुख में….
साथ होते हैं।
उनसे गुफ्तगू में…
अपनेपन के एहसास होते हैं।
उन्हें करीब महसूस कर…
सुकून के जज़्बात होते हैं।
चाहे वो उम्रदराज होते हैं,
तन्हाई में भी….
सदा साथ होते हैं।
हमउम्र न होकर भी…
हमख्यालात होते हैं।
‘मधु’ सच में ऐसे रिश्तें…
बहुत खास होते हैं।