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15 Jul 2024 · 1 min read

रिश्ता गहरा आज का,

रिश्ता गहरा आज का,
संचित धन के साथ ।
सन्तानें तो नाथ हुईं,
माता-पिता अनाथ ।।

सुशील सरना / 15-7-24

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