रिशते भी अब?
अपनों को भी अब हर कोई मतलब से ही याद करता है?
कह रहा सभी की रिशते भी अब बाज़ारू हो गए?
शायर- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)
अपनों को भी अब हर कोई मतलब से ही याद करता है?
कह रहा सभी की रिशते भी अब बाज़ारू हो गए?
शायर- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)