Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2024 · 1 min read

***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***

***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***
******************************

रिमझिम – रिमझिम बरसे रे बदरिया,
तन-मन तड़फे अगन लगे बदनिया।

मौसम आया प्रेम का,माही है प्रदेश,
जिया हो गया बावरा करता रहे क्लेश,
गेसू उलझे हैँ सुलझा जा साँवरिया।
रिमझिम – रिमझिम बरसे रे बदरिया।

गोरी-गोरी बाँहों में आकर समा जाओ,
नीले नैन राह ताकते अब न तड़फाओ,
दर पर बैठी कब से अकेली सजनिया।
रिमझिम – रिमझिम बरसे रे बदरिया।

मनसीरत माँग भरो तुम मेरी संदूर से,
भड़क रही है ज्वाला,जैसे तपे तंदूर से,
सज-धज आओ ले,जाओ दुल्हनिया।
रिमझिम – रिमझिम बरसे रे बदरिया।

रिमझिम – रिमझिम बरसे रे बदरिया,
तन – मन तड़फे अगन लगी बदनिया।
*******************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

45 Views

You may also like these posts

हमारे बुजुर्ग
हमारे बुजुर्ग
Indu Singh
3649.💐 *पूर्णिका* 💐
3649.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"किस किस को वोट दूं।"
Dushyant Kumar
कुदरत के रंग....एक सच
कुदरत के रंग....एक सच
Neeraj Agarwal
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
शिशु – – –
शिशु – – –
उमा झा
मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
मंजिलें
मंजिलें
Shutisha Rajput
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
sushil sarna
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
shabina. Naaz
"जरा सुनिए तो"
Dr. Kishan tandon kranti
धीरे-धीरे क्यों बढ़ जाती हैं अपनों से दूरी
धीरे-धीरे क्यों बढ़ जाती हैं अपनों से दूरी
पूर्वार्थ
विनम्र भाव सभी के लिए मन में सदैव हो,पर घनिष्ठता सीमित व्यक्
विनम्र भाव सभी के लिए मन में सदैव हो,पर घनिष्ठता सीमित व्यक्
Paras Nath Jha
👍संदेश👍
👍संदेश👍
*प्रणय*
नवरात्रि (नवदुर्गा)
नवरात्रि (नवदुर्गा)
surenderpal vaidya
क्या होता है क़ाफ़िया ,कहते किसे रदीफ़.
क्या होता है क़ाफ़िया ,कहते किसे रदीफ़.
RAMESH SHARMA
जीवन में निरंतर जलना,
जीवन में निरंतर जलना,
जय लगन कुमार हैप्पी
तेरी एक मुस्कुराहट काफी है,
तेरी एक मुस्कुराहट काफी है,
Kanchan Alok Malu
गज़ल
गज़ल
Mamta Gupta
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
Priya princess panwar
नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गाजी की सातवीं शक्ति देवी कालरात्
नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गाजी की सातवीं शक्ति देवी कालरात्
Shashi kala vyas
Sari bandisho ko nibha ke dekha,
Sari bandisho ko nibha ke dekha,
Sakshi Tripathi
रुकती है जब कलम मेरी
रुकती है जब कलम मेरी
Ajit Kumar "Karn"
डर
डर
RAMESH Kumar
गांव
गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
**पर्यावरण दिवस **
**पर्यावरण दिवस **
Dr Mukesh 'Aseemit'
कहानी-
कहानी- "खरीदी हुई औरत।" प्रतिभा सुमन शर्मा
Pratibhasharma
कुंडलियां
कुंडलियां
Santosh Soni
जो सरकार धर्म और जाति को लेकर बनी हो मंदिर और मस्जिद की बात
जो सरकार धर्म और जाति को लेकर बनी हो मंदिर और मस्जिद की बात
Jogendar singh
हनुमान जन्म स्थली किष्किंधा
हनुमान जन्म स्थली किष्किंधा
Er.Navaneet R Shandily
Loading...