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1 Mar 2022 · 1 min read

राह्ते नींद।

उनकी यादों में हम करवटें ही बदलते रहे है।
आज बीती सारी रात हम ऐसे ही जागते रहे है।।

सो रहा है जालिम हमको जगाकर सुकु से।
वह सोते रहे राहते नींद हम यही सोचते रहे है।।

✍✍ताज मोहम्मद✍✍

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Comments · 481 Views
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