Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2024 · 1 min read

रास्ते में आएंगी रुकावटें बहुत!!

रास्ते में आएंगी रुकावटें बहुत!!
मगर तू बढ़ते जाना! रोकेगा ज़माना तुझे!!
पर तू चलते जाना!
जब रहेगी सामने मंज़िल तेरे!!
तो रुकावटों पर नज़र भी नहीं जा पाएगी!
रास्ते हो जाएंगे आसान तेरे!! जब सपनो में भी मंज़िल नज़र आएगी!

यूँ जमीन पर बैठकर क्यूँ ,आसमान देखता है,
पँखों को खोल जमाना ,सिर्फ उड़ान देखता है।

उम्र थका नहीं सकती, ठोकरे गिरा नहीं सकती, अगर जिद हो जितने की तो,
परिस्थितिया भी हरा नहीं सकती…
ज्यादातर महान लोगों को उनकी सबसे बड़ी सफलता उनकी सबसे बड़ी असफलता के बाद मिली।

HAVE A GREAT DAY

249 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
अरविंद भारद्वाज
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
VINOD CHAUHAN
अपवाद
अपवाद
Dr. Kishan tandon kranti
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
ruby kumari
मैं पढ़ता हूं
मैं पढ़ता हूं
डॉ० रोहित कौशिक
4585.*पूर्णिका*
4585.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
Jyoti Khari
" अकेलापन की तड़प"
Pushpraj Anant
ईश्वर का लेख नियति से बदल गया
ईश्वर का लेख नियति से बदल गया
Trishika S Dhara
या खुदा तू ही बता, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये।
या खुदा तू ही बता, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये।
सत्य कुमार प्रेमी
इतना  रोए  हैं कि याद में तेरी,
इतना रोए हैं कि याद में तेरी,
Dr fauzia Naseem shad
..
..
*प्रणय*
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
AJAY AMITABH SUMAN
ये बेकरारी, बेखुदी
ये बेकरारी, बेखुदी
हिमांशु Kulshrestha
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
गम की मुहर
गम की मुहर
हरवंश हृदय
मुस्कान
मुस्कान
पूर्वार्थ
** सुख और दुख **
** सुख और दुख **
Swami Ganganiya
सोच और हम
सोच और हम
Neeraj Agarwal
कैसे कहें घनघोर तम है
कैसे कहें घनघोर तम है
Suryakant Dwivedi
*फिर तेरी याद आई दिल रोया है मेरा*
*फिर तेरी याद आई दिल रोया है मेरा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
Shravan singh
इतनी के बस !
इतनी के बस !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
यूं आज जो तुम्हें तारों पे बिठा दी गई है
यूं आज जो तुम्हें तारों पे बिठा दी गई है
Keshav kishor Kumar
बलराम विवाह
बलराम विवाह
Rekha Drolia
*याद रखें वह क्रूर परिस्थिति, जिस कारण पाकिस्तान बना (दो राध
*याद रखें वह क्रूर परिस्थिति, जिस कारण पाकिस्तान बना (दो राध
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
उसके क़दम जहां भी पड़ते हैं,
उसके क़दम जहां भी पड़ते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हिन्दी
हिन्दी
Dr.Pratibha Prakash
आओ लौट चले
आओ लौट चले
Dr. Mahesh Kumawat
Loading...